इस पेड़ में दफ्न राज़ को जानकर हैरान रह जाएंगे ? इस पेड़ में मरे बच्चों को दफनाने का रहस्य…

लालकिला पोस्ट डेस्क
आपको ये तो पता होगा कि मरने के बाद लोगों को ज़मीन ने दफनाया जाता है। पर एक ऐसा भी गाँव है, जहाँ मरने के बाद बच्चों को पेड़ के अंदर दफ्न करने का रिवाज़ है। ये बात सुनने में बेशक अजीब लगेगी, पर ये सच है। इस पेड़ से जुड़ी कहानी बेहद डरावनी है। इससे अधिक हैरानी तब होगी, जब इन बच्चों के दफनाए जाने की विधि के बारे में जान लेंगे।
दरअसल सदियों से इस पेड़ में बच्चों के शव दफनाएं जाते हैं। आपने आज से पहले शायद ही किसी ऐसे पेड़ के बारे में सुना होगा। ताज्जुब हो रहा होगा कि आखिर ये कैसे पेड़ हैं। हो सकता है, ये जानकर थोड़ी देर के लिए आपकी सांसें भी अटक जाएगी।
दरअसल, ये एक परंपरा है, जो इंडोनेशिया में खासा प्रचलित है। यहां बच्चों को मरने के बाद पेड़ के तने और टहनियों में गड्ढा कर उनके भीतर दफना दिया जाता है। ऐसी विचित्र परंपरा के बारे शायद आप पहली बार सुन रहे होंगे। बच्चों की लाश को एक कपड़े में लपेटकर ताड़ के पेड़ से बने फाइबर से ढक दिया जाता है।
समय गुजरने के साथ पेड़ों के ये गड्ढे भर जाते हैं। लेकिन ऐसा क्यों किया जाता है ये भी जान लें। ऐसा करने के पीछे मान्यता है कि बच्चों की आत्मा को हवा अपने साथ बहा ले जाती है। ये परंपरा सिर्फ ऐसे बच्चों के लिए होती है, जिनकी मौत दांत निकलने से पहले ही हो जाती है। वयस्क और युवाओं को जमीन के अंदर ही दफनाया जाता है।
इस परंपरा को मानने वाले लोगों का मानना है कि इससे बच्चे मरने के बाद प्रकृति की गोद में समा जाते हैं। जिस पेड़ की टहनियों में बच्चों को दफनाया जाता है, वहां का इलाका बेहद डरावना बन चुका है।