कोरोना वायरस पर पाकिस्तानी मौलाना के बयान से क्यों मचा बवाल ?

लालकिला पोस्ट डेस्क
पाकिस्तान में बेतुका और विवादित बयान देने वालों की एक लंबी फेहरिस्त हैं…राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से लेकर वहां के तमाम मंत्री और नेता अक्सर अपने विवादित बयानों के चलते सुर्खियों में रहते हैं…इतना ही नहीं वहां के मौलानाओं को भी सहूर नहीं रहता है…कि वो क्या बोल रहे हैं…इसी कड़ी में पाकिस्तान के एक मौलाना का विवादित बयान सामने आया है…
दरअसल पाकिस्तान के मशहूर कट्टरपंथी मौलाना तारिक जमील ने…प्रधानमंत्री इमरान खान के कोरोना वायरस टेलीथॉन में…एक विवादित टिप्पणी की…अपने बयान में मौलाना ने कहा कि औरतों के छोटे कपड़े पहनने की वजह से…कुदरत ने कोरोना वायरस का कहर बरपाया है…तारिक ने अपने बयान में ये तक कह दिया कि औरतों के बुरे कर्मों की सजा…पूरी कौम को भुगतनी पड़ रही है…इतना ही नहीं अपने करीब 16 मिनट के संबोधन में…मौलाना ने मीडिया हाउस और उसके पत्रकारों को भी भ्रष्ट कह दिया…
हालांकि बयान पर बवाल मचने के बाद…मौलाना तारिक जमील ने मीडियो के बारे में कही अपनी बातों पर माफी तो मांग ली…लेकिन महिलाओं को लेकर किसी तरह का कोई अफसोस नहीं जताया…ऐसे में उनकी मजम्मत शुरू हो गई…सीनेट में पाकिस्तान पीपल्स पार्टी की संसदीय नेता…और वॉशिंगटन में पाकिस्तान की पूर्व राजदूत रही शेरी रहमान ने…तारिक की विवादित टिप्पणियों की निंदा की है…शेरी रहमान ने कहा कि मीडियाकर्मियों से मौलाना को माफी मांगनी ही चाहिए थी, लेकिन उन्होंने अभी तक मुल्क की महिलाओं से माफी क्यों नहीं मांगी है…रहमान ने कहा मौलाना तारिक जमील ने अपने विवादित बयान से…50 फीसदी से ज्यादा आबादी की भावनाओं को चोट पहुंचाई है…इसके लिए उन्हें फौरन माफी मांगनी चाहिए…महिलाओं पर ऐसी टिप्पणी बर्दाश्त के बाहर है…