आखिर इस महल में लड़कियों के साथ कौन सी घटना घटी थी ?
लालकिला पोस्ट डेस्क
यूपी के ललितपुर की तालबेहट का करीब 150 साल पुराना ये एक ऐसा किला है, जिसके बारे में कई तरह की डरावनी कहानियां मशहूर हैं। लोग रात में इस किले के पास से गुजरने से भी डरते हैं। कहा जाता है कि इस किले में राजा मर्दन सिंह के पिता रहते थे। उन्होंने सात लड़कियों को हवस का शिकार बनाया था। दुखी लड़कियों ने इसी के अंदर सुसाइड कर लिया था। तब से यहां उनकी चीखें सुनाई देती हैं।
यहां के लोगों की मानें तो मर्दन सिंह साल 1850 में ललितपुर के बानपुर के राजा बने। बानपुर के पास तालबेहट नाम का एक गांव था। राजा का इस गांव में आना-जाना लगा रहता था, इसलिए उन्होंने यहां एक किला बनवाया। मर्दन सिंह ने इसकी जिम्मेदारी अपने पिता प्रहलाद सिंह को दी। प्रहलाद सिंह इस महल में अकेले ही रहते थे।
कहा जाता है कि इस गांव में अक्षय तृतीया के दिन नेग मांगने की रस्म थी। इस रस्म अदायगी के लिए तालबेहट राज्य की सात लड़कियां राजा मर्दन सिंह के इस किले में नेग मांगने पहुंची। लेकिन इन लड़कियों की खूबसूरती देखकर प्रहलाद सिंह की नीयत खराब हो गई और उन्होंने इन सातों को एक-एक कर हवस का शिकार बना लिया।
रेप की शिकार उन लड़कियों ने घटना से आहत होकर महल के बुर्ज से कूदकर जान दे दी। इस घटना के बाद पूरे गांव में हाहाकार मच गया। जनता के गुस्से को देखते हुए मर्दन सिंह ने अपने पिता को यहां से वापस बुला लिया था। अपने पिता की हरकत से दुखी राजा ने पश्चाताप करने के लिए लड़कियों को श्रद्धांजलि दी और किले के मुख्य द्वार पर 7 लड़कियों के चित्र बनवाए थे, जो आज भी मौजूद हैं। इसके बाद से ही ये किला डर का प्रतीक बन गया। कहा जाता है कि आज भी इस किले से उन लड़कियों की चीख सुनाई देती है। यहां के लोग इस किले को अशुभ मानते हैं।
