कहां सैकड़ों सालों से सिर्फ एक खंबे पर खड़ा है एक मंदिर ?

लालकिला पोस्ट डेस्क
भगवान के प्रति मन में अटूट श्रद्धा रखने वाले लोग अक्सर मंदिर में दर्शन के लिए जाते हैं। इसलिये दुनियाभर में कई प्रकार के मंदिर बने हुए हैं, जो अपनी किसी न किसी खासियत के लिए प्रसिद्ध हैं। लेकिन आज हम आपको जिस मंदिर के बारे में बता रहे हैं, वो अपनी बनावट के कारण विश्वभर में प्रसिद्ध है।
जी हां, हम बात कर रहे हैं चीन गंलु मंदिर का, जो एक खंभे के सहारे खड़ा रहने वाला दुनिया का एक मात्र मंदिर है। दुनिया भर से बड़ी संख्या में पर्यटक ‘गंलु मंदिर’ पहुंचते हैं। इस मंदिर में लोगों की दिलचस्पी भगवान से ज्यादा इस मंदिर की बनावट को देखने में रहती है। हो भी क्यों न, ये दुनिया का ऐसा एक मात्र मंदिर है, जो सिर्फ एक खंबे के सहारे खड़ा है।
‘गंलु मंदिर’ सन् 1146 से एक लकड़ी के एक खम्बे पर खड़ा है। चीन के दक्षिणपश्चिम के पहाड़ी हिस्से में बना ये मंदिर जमीन से 260 फुट ऊपर बना हुआ है। इस मंदिर की मान्यता है कि जिन दंपतियों की संतान नहीं होती, भगवान बुद्ध की पूजा अर्चना से जल्द ही उन्हें संतान सुख प्राप्त होता है।
इस मंदिर में भगवान बुद्ध की पूजा की जाती है। लेकिन भगवान बुद्ध के दर्शन करने से ज्यादा लोग इस खंबे को देखने आते हैं। सालों पुराने इस मंदिर को ‘ये जुकिया’ नाम के शख्स ने अपनी मां की याद में बनवाया था। लेकिन सोचने वाली बात है कि ये मंदिर सालों बीतने के बाद भी लकड़ी के एक खंबे पर कैसे टिका रह सकता है।