हनुमान के इस मंदिर में आते ही क्यों खड़े हो जाते हैं रोंगटे ?

लालकिला पोस्ट डेस्क
राजस्थान के दौसा में स्थित घाटा मेंहदीपुर बालाजी का मंदिर अपने आप में अलग ही पहचान रखता है। इस मंदिर को दुष्ट आत्माओं से छुटकारा दिलाने के लिए दिव्य शक्ति से प्रेरित हनुमानजी का बहुत ही शक्तिशाली मंदिर माना जाता है। यहां कई लोगों को जंजीर से बंधा और उलटे लटके देखा जा सकता है। यह मंदिर और इससे जुड़े चमत्कार देखकर कोई भी हैरान हो सकता है।
बाताया जाता है कि ये मंदिर करीब एक हजार साल पुराना है। यहां एक बहुत विशाल चट्टान में हनुमान जी की आकृति स्वयं ही उभर आई थी। इसे ही श्री हनुमानजी का स्वरूप माना जाता है। कहा जाता है कि यहां हनुमान के चरणों में छोटी सी कुण्डी है, जिसका जल कभी खत्म नहीं होता।

वैसे तो बालाजी के सामने जाने के लिए पीड़ित लोग आनाकानी करते हैं। कहा जाता है कि जब पीड़ित व्यक्ति के अंदर से प्रेत बाधाएं बोलती हैं तो उनकी आवाज ही बदल जाती है। इस दौरान वो कौन हैं क्या चाहते हैं और कैसे उनके अंदर बुरी आत्मा ने प्रवेश किया सब बताते हैं। फिर बालाजी बुरी आत्माओं की सजा सुनाते हैं और अगली पेशी की तारीख देते हैं।
कहा जाता है कि बुरी आत्माओं और काले जादू से पीड़ित रोगों से छुटकारा पाने लोग यहां आते हैं। कई गंभीर रोगियों को लोहे की जंजीर से बांधकर मंदिर में लाया जाता है। यहां आने वाले पीड़ितों को देखकर सामान्य लोगों की रूह तक कांप जाती है। ये लोग मंदिर के सामने ऐसे चिल्ला-चिल्ला के अपने अंदर बैठी बुरी आत्माओं के बारे में बताते हैं, जिनके बारे में इनका दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं रहता है।