हर साल आखिर कहां जुटते हैं दुनियाभर के आलसी लोग ?

लालकिला पोस्ट डेस्क
जिंदगी की भागदौड़ में थकना मना है…नहीं एक देश ऐसा भी है जहां एक दिन लोग थक सकते हैं और पूरा दिन बिस्तर पर आलस में डूबकर बिता सकते हैं। ये देश है कोलंबिया, जहां लोग तनाव से लड़ने के लिए हर साल ‘आलस का दिन’ मनाते हैं।
जी हां, यहां एक दिन ऐसा आता है, जब दुनियाभर के अलग-अलग देशों से आये लोग वाकर्इ बिस्तर लेकर सड़क पर सोते हैं। ये दिन होता है ‘वर्ल्ड लेजिनेस डे’। इस दिन का मजा लेने के लिए यहां पूरी दुनियाभर के आलसी आते हैं और इस फेस्टिवल का हिस्सा बनते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हाल ही में कोलंबिया के इतागुई शहर में इस साल का ‘वर्ल्ड लेजिनेस डे’ मनाया गया। इस अवसर पर लोग अपने साथ गद्दे और बिस्तर लेकर आए और सड़क पर सोते हुए वक्त गुजारा। खास बात ये थी कि इस खेल में शामिल लोग ना सिर्फ अपने बिस्तर लाये थे, बल्कि उसे रंगबिरंगी लड़ियों और अन्य डेकोरेशन के समान से सजाये हुए भी थे। हर साल इस दिन इतागुई शहर आलसियों से भर जाता है।
खबरों के मुताबिक इस अनोखे उत्सव को मनाने के पीछे एक खास कहानी भी है। ये बेहद रोचक है। बताते हैं कि कोलंबिया के लोग तनाव से लड़ने के लिए हर साल आलस का दिन मनाते हैं, ताकि लोग अपनी परेशानियों से बाहर आकर सुकून से वक्त बिता सकें। ये परंपरा 1985 से शुरू हुर्इ थी, जब मारियो मोंटोया नाम के एक इतागुई के निवासी के मन में ये विचार आया था कि लोगों के पास सिर्फ आराम का भी एक दिन होना चाहिए। वर्ल्ड लेजिनेस डे पर कुछ अजब गजब प्रतियोगिताएं भी होती हैं, जैसे किसका पजामा सबसे अच्छा दिख रहा है और कौन सबसे तेजी से अपने बिस्तर पर पहुंचता है।