दिल्ली के इस किले से जुड़े रहस्य के बारे में जानकर हैरान रह जाएंगे !

लालकिला पोस्ट डेस्क
वैसे तो दिल्ली शहर प्राचीन काल से लेकर आज तक कई घटनाओं और एतिहासिक चीजों का साक्षी बना है। इस शहर ने अपने अंदर बहुत से रहस्य छुपाए हुए हैं, जो शायद ही कभी कोई जान पाएगा। आज हम आपको दिल्ली से जुड़े ऐसे ही एक रहस्य के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में आप शायद ही जानते होंगे।
जी हां, हम बात कर रहे हैं, फिरोजशाह तुगलक के किले के बारे में, जो एक वक्त फिरोजशाह तुगलक की आंखों का तारा हुआ करता था। ये किला भले ही खंडहर में तब्दील हो गया है, लेकिन अपने भीतर हजारों रहस्यों को समेटे हुए है। यहां हर कोई जाने से डरता हैं, क्योंकि यहां सारे तर्क खत्म हो जाते हैं और फिर शुरू होती है ऐसी आस्था, जिसमें लोग मानने लगे है कि दिल्ली के इस किले में जिन्न रहते हैं।
कहते हैं कि इस टूटीफूटी इमारत के पीछे एक जमाने में बेहद क्रूर सजा दी जाती थी। उन लोगों को जो लोग राजा से बगावत करते थे। और आज भी लोग मानते हैं कि वो लोग मरने के बाद भी आज जिन्न के रूप में वहां पर मौजूद है। रात को जो कोई इस किले में जाता है, अगली सुबह उसकी लाश ही यहां मिलती है। रहस्यमयी तरीके से यहां मिलने वाली लाश इतनी बुरी तरीके से पाई जाती है कि मानों उसे रात में किसी ने बेहद निर्दयता से मौत के घाट उतारा हो।
इस किले के अंदर एक बावड़ी मौजूद है। उसमें आज भी पानी भरा रहता है। लेकिन सरकार ने इस बावड़ी को बंद कर दिया है। लोगों को मानना है कि इस बावड़ी का पानी पीने वाला कोई जिंदा नहीं बच पाया है। इस बावड़ी का रहस्य सुलझाने के लिए इसके पानी को जब शोध करने के लिए भेजा गया, तो उसमें ऐसा कुछ नहीं निकला जिससे की इंसान की मौत हो जाए। फिर ऐसा क्या था इस बावड़ी में जो इसका पानी पीने से आदमी की मौत हो जाती थी। किंवदंतियों के अनुसार इस खंडहर में हर रात एक ऐसी शक्ति आती है, जिसे देखने वाला या तो अंधा हो गया या फिर उसकी मौत हो गई।