क्या अपने बयानों से माहौल बिगाड़ना चाहते हैं मुस्लिम नेता ?

लालकिला पोस्ट डेस्क
अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन हो गया है…लेकिन इसको लेकर विवाद अभी तक खत्म नहीं हुआ है…5 अगस्त को राम मंदिर का भूमि पूजन होने के बाद…एक के बाद एक कई विवादित बयान सामने आए…इतना ही नहीं कुछ लोगों ने तो सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर ही सवाल उठा दिए…और पक्षपात करने के आरोप लगाए…लेकिन अब ऐसे लोगों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई है…
जी हां…सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है…जिसमें संभल से सांसद शफीकुर्रहमान बर्क, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सेक्रेटरी मौलाना मोहम्मद वली रहमानी…ऑल इंडिया इमाम असोसिएशन के अध्यक्ष…साजिद रशीदी और AIMIM प्रमुख असदुदीन ओवैसी पर…अदालत के फैसले की अवमानना करने का आरोप लगाया गया है…याचिका में कहा गया है कि इन लोगों ने ट्वीट कर…और मीडिया में बयान दिया है…कि सरकार को सुप्रीम कोर्ट से पक्षपाती फैसला मिला है…
इससे पहले शफीकुर्रहमान ने कहा था कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद थी, है और हमेशा रहेगी… उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने ताकत के बलबूते…मंदिर की संग-ए-बुनियाद यानी नींव रख ली…और कोर्ट से भी अपने पक्ष में फैसला करा लिया…लेकिन मुसलमान मोदी-योगी के नहीं…अल्लाह के भरोसे है…संग-ए-बुनियाद से मुसलमान को खौफ खाने की जरूरत नहीं है…
हालांकि बर्क एक मात्र ऐसे नेता नहीं हैं…जिन्होंने विवादित बयान दिया था…AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी कहा था कि बाबरी मस्जिद थी, है और रहेगी…तो वहीं ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी मौलाना वली रहमानी ने भी…बयान जारी करके कहा था कि बाबरी मस्जिद कल भी थी, आज भी है और कल भी रहेगी…मस्जिद में मूर्तियां रख देने से…या फिर पूजा-पाठ शुरू कर देने या एक लंबे अर्से तक नमाज पर प्रतिबंध लगा देने से…मस्जिद की हैसियत खत्म नहीं हो जाती…
इससे इतर ऑल इंडिया इमाम असोसिएशन के अध्यक्ष…साजिद रशीदी ने तो एक कदम आगे बढ़ते हुए…भड़काऊ बयान ही दे डाला…साजिद रशीदी ने कहा था…इस्लाम कहता है कि मस्जिद हमेशा मस्जिद ही रहेगी…कुछ और निर्माण करने के लिए मस्जिद को तोड़ा नहीं जा सकता…हमारा मानना है कि बाबरी मस्जिद वहां थी और वो हमेशा मस्जिद के रूप में वहां रहेगी…मंदिर को गिराकर वहां मस्जिद नहीं बनाई गई थी…लेकिन अब अब ऐसा हो सकता है…मंदिर गिराकर वहां फिर से मस्जिद बनाई जाएगी…लेकिन सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ बयानबाजी करना अब इन नेताओं को भारी पड़ता नजर आ रहा है…