दुनिया के इस गांव में क्यों पैदा होते हैं सिर्फ बौने ?

लालकिला पोस्ट डेस्क
कहते है दुनिया में रहस्यों की कमी नहीं है। एक खोजने जाओ हज़ार मिलते है। ऐसा ही एक रहस्य आज हम आपके लिए लाये हैं, जो अजीबोगरीब होने के साथ साथ काफी मजेदार भी लग सकता है। जी हां हम बात कर रहे हैं चीन के एक ऐसे गांव की, जिसे बौनों का गांव कहा जाता है। इतना ही नहीं यहां जो बच्चे पैदा होते है, वो भी बौने होते है।
दऱअसल चीन में यांग्सी नाम का एक गांव है। इसे रहस्मयी गांव भी कहा जाता है। ये गांव चीन के शिचुआन प्रांत में बसा है। यांग्सी नाम के इस गांव में ज्यादातर आबादी छोटे कद की है। गांव की कुल आबादी का पचास फीसदी भाग बौनों का है। इनकी कुल लंबाई 2 फीट से लेकर मात्र तीन फीट तक है। आसपास के गांवों के लोगों की मानें तो इस गांव पर किसी बुरी शक्ति का साया है, जिस कारण यहां के लोगों की लंबाई नहीं बढ़ पाती।
वहीं मान्यता है कि गांव प्राचीन काल से ही शापित है, जिसका असर आज भी गांव पर देखने को मिलता है। लोगों के बौने होने के पीछे क्या रहस्य है, पिछले 60 सालों में इसका पता वैज्ञानिक भी नहीं लगा पाए हैं। गांव के बड़े-बुजुर्गों के मुताबिक कई दशक पहले इस गांव को एक खतरनाक बीमारी ने अपनी चपेट में ले लिया था। बीमारी फैलने के चलते आज भी इस गांव के बच्चों की लंबाई एक समय के बाद रुक जाती है।
इस इलाके में बौनों को देखे जाने की खबरें साल 1911 से ही आती रही है। आधिकारिक तौर पर इस खतरनाक बीमारी का पता साल 1951 में चला, जब प्रशासन को पीड़ितों के अंग छोटे होने की शिकायत मिली। 1985 में जब जनगणना हुई, तो गांव में ऐसे करीब 119 मामले सामने आए। एक सामान्य कद काठी के लोगों वाला ये गांव कैसे बौनों के गांव में तब्दील हो गया ? इस रहस्य को वैज्ञानिक आज तक नहीं सुलझा पाए हैं।