आखिर किन दवाओं का इस्तेमाल आप पर पड़ेगा भारी ? डिप्रेशन में धकेलने वाली ये दवाएं कौन-कौन सी हैं

लालकिला पोस्ट डेस्क
आम तौर पर सिरदर्द, त्वचा पर लाल दाने या उल्टी जैसी शिकायत होने पर हम और आप बिना किसी से पूछे दवाएं ले लेते हैं। इन दवाओं के इस्तेमाल से आपको फौरी राहत भी मिल जाती है। लेकिन क्या आपको बता है कि इन दवाओं का इस्तेमाल आपको डिप्रेशन की ओर धकेल रहा है।
जी हां, अगर विश्वास नहीं हो रहा है, तो जरा इन दवाओं पर अमेरिका में हुए एक रिसर्च पर गौर फरमा लीजिए। अमेरिका के एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि सबसे ज्यादा इस्तेमाल में आने वाली दवाइयों से अवसाद यानी डिप्रेशन का खतरा बढ़ सकता है। अध्ययन के मुताबिक, दिल की बीमारियों के लिए दी जाने वाली दवाइयां, गर्भनिरोधक दवाइयां और कुछ दर्दनिवारक दवाइयों के साइड-इफेक्ट से डिप्रेशन हो सकता है। इस रिसर्च में शामिल करीब 26,000 लोगों में से एक तिहाई में डिप्रेशन के लक्षण पाए गए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन की इस स्टडी में अमेरिका के 18 या उससे ज्यादा उम्र के लोगों से बात की गई। इन लोगों ने 2005 से 2014 के बीच कम से कम एक तरह की डॉक्टर की लिखी दवाई ली थी। पाया गया कि डॉक्टर की लिखी इन दवाइयों में से 37 फीसदी में डिप्रेशन को संभावित साइड इफेक्ट बताया गया है।
हालांकि ये साफ नहीं है कि क्या दवाइयां खराब मूड की वजह हो सकती हैं। किसी भी कारण से बीमार होने पर आपको उदास महसूस हो सकता है। ये भी हो सकता है कि अध्ययन में भाग लेने वाले लोग पहले कभी डिप्रेशन का शिकार रहे हों। विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि अध्ययन में दवाइयों और डिप्रेशन के खतरे की बात कही गई है, लेकिन इसके कारण और असर का जिक्र नहीं है। जाहिर है अगर आप फिलहाल इनमें से कोई भी दवाई ले रहे हैं और आप में डिप्रेशन का कोई लक्षण नहीं है, तो घबराने की जरूरत नहीं। लेकिन जिन लोगों में दवा लेने के बाद डिप्रेशन के लक्षण महसूस हुए हैं, उन्हें डॉक्टर से तुरंत मिलना चाहिए।