करीब 19 साल पहले भारत में कहां हुई थी ‘खून’ की बारिश ?

लालकिला पोस्ट डेस्क
कई बार प्रकृति अपना ऐसा रूप दिखाती है, जिसे समझना नामुमकिन होता है। कई बार हर बात का जवाब रखने वाला साइंस भी इसके सामने बौना नजर आता है। ऐसा ही वाकया हुआ था 19 साल पहले भारत के केरल राज्य में, जिसका सच आज भी कोई नहीं जानता।
जी हां, हम बात कर रहे हैं केरल में हुई खून की बारिश की। 5 जुलाई 2001 को केरल में लाल रंग की बारिश हुई थी। इस लाल रंग की बारिश का रहस्य अब तक सामने नही आया है। वैज्ञानिक आज भी इस बात को नहीं समझ पाए है कि ये लाल रंग की बारिश कैसे हुई थी। केरल के लोगों का मानना था कि वो बारिश खून की बारिश ही थी। हालांकि आपको अगर हम विज्ञान की नजर में देखें तो शायद ऐसा संभव है।
जिस दिन केरल में लाल बारिश देखी गई थी, ठीक उसी दिन वहां के लोगो ने हरे और पीले रंग की बारिश भी देखी थी। जिससे पहले वैज्ञानिको को ये लगा की ये असमान से रंग बिरंगा पानी बरसना कोई बड़ी बात नहीं है। ये बारिश और प्रदूषण की वजह से हुआ होगा। लेकिन जैसे ही इस पानी को टेस्ट किया गया, तो सबके होश उड़ गए। टेस्ट में पाया गया कि ये सिर्फ पानी नहीं था, इस पानी में जीवन होने के साक्ष्य मिले थे।
पानी में जीवन के साक्ष्य मिलने के बाद लगा कि अगर ये खून है, तो इसमें डीएनए भी होगा। वैज्ञानिकों ने उसमें डीएनए तलाशने की कोशिश की पर वो असफल रहे। लेकिन जब इस लाल बारिश को लेकर 2012 में फिर जांच की गई, तो सैंपल में साइंटिस्ट् को छ डीएनए के सैंपल दिखाई देने लगे। इसके बाद अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर एक बहस भी शुरू हो गई और दावा किया जाने लगा कि इसका संबंध एलियंस से हो सकता है। हालांकि अब भी ये साफ नहीं है कि बारिश क्यों और कैसे हुई थी।