आखिर कहां उबलते तेल में अपराधियों को उतारा जाता था मौत के घाट ?

लालकिला पोस्ट डेस्क
हर देश का अपना-अपना कानून है…जिसके तहत अपराधियों को सजा देने का प्रवधान है…जुर्म के हिसाब से किसी भी अपराधी को उम्रकैद या फिर मौत की सजा दी जाती है…हालांकि दुनिया के अलग-अलग देशों में इस तरह की क्रूर सजा देने का एक लंबा इतिहास है…ऐसे में आज हम आपको दुनिया के उन 7 ऐसे देशों के बारे में बताने जा रहे हैं…जहां इस तरह की खौफनाक सजा देने का प्रावधान रहा है…
नंबर एक- अपराधी को जलाना
मध्यकाल के समय पुरुषों और महिलाओं को राजद्रोह करने पर जला दिया जाता था…कई जानी-मानी हस्तियों को ये सजा अंग्रेजों ने 1431 में दी थी…1600 में इतालवी वैज्ञानिक और दार्शनिक जिओरडनो ब्रूनो को भी…जिंदा जला दिया गया था…इसके अलावा कई देशों में जादू-टोना करने के आरोप में भी…लोगों को सजा के तौर पर जलाकर मार दिया गया था…
नंबर दो- गर्दन से लटकाना
इस तरह की सजा का प्रावधान 1241 में शुरू हुआ था…सजा के तौर पर अपराधी को घोड़ों से घसीटा जाता था…और उसके मरने के पहले ही उसका गर्दन काट दिया जाता…इसके बाद शरीर के टुकड़ों को शहर के अलग-अलग हिस्सों में भेजा जाता था…ताकि आगे कोई भी इस तरह का अपराध न करें…
नंबर तीन- सिर काटना
13वीं शताब्दी के दौरान इंग्लैंड में देशद्रोह के लिए भयानक सजा का प्रावधान था…इसके तहत अपराधियों को फांसी देने के बाद उनका सिर कलम किया जाता था…इतना ही नहीं अपराधियों की आंखें निकाल ली जाती थी…और सार्वजनिक रुप से प्रदर्शन किया जाता था…वहीं सऊदी अरब में इस तरह की सजा को कानूनी तौर पर मान्यता मिली हुई है…एम्नेस्टी इंटरनेशनल के मुताबिक, साल 2019 में सऊदी अरब में अलग-अलग अपराध के मामले में 184 लोगों के सिर कलम कर दिए गए थे…
नंबर चार- गोली मारकर सामुहिक हत्या
सोमालिया, गिनी, ईरान और नॉर्थ कोरिया में आज भी अपराधियों को…फायरिंग दस्ते से सजा देने का प्रावधान है…चीन में भी अपराधियों को इस तरह से सजा दी जाती है…एम्नेस्टी इंटरनेशनल की रिपोर्ट के मुताबिक…साल 2012 में 682…तो साल 2013 में 778 लोगों को सरेआम फायरिंग दस्ते से उड़वा दिया गया था…
नंबर पांच- उबलते पानी या तेल में डालना
8वें हेनरी के कार्यकाल में खाने में जहर मिलाने पर आरोपी को…पहली बार ऐसी सजा दी गई थी…1531 में रोचेस्टर के बिशप के खाने में कुक रिचर्ड रोजे ने जहर मिला दिया था…जिसे ये सजा दी गई थी…वहीं 1542 में मार्गरेट डेवी नाम की नौकरानी को मालकिन के खाने में जहर मिलाने के चलते…सजा के तौर पर खौलते पानी में उबाला गया था…हालांकि, इस कानून को 1547 में रद्द कर दिया गया था…
और नंबर छह- पत्थर से मारना
प्राचीन प्रथा के मुताबिक आज भी कई देशों में अपराध करने पर…अपराधी को पत्थरों से मारा जाता है…साल 2019 में गे सेक्स के मामले भी ऐसी सजा दी गई थी…इंडोनेशिया, सोमालिया, सूडान, नाइजीरिया, इराक, पाकिस्तान समेत कई अन्य देशों में इस तरह से अपराधियों को सजा देने का प्रावधान है…