आखिर औरत बनकर क्यों रहने को मजबूर है ये मर्द ?

लालकिला पोस्ट डेस्क
महिलाओं और पुरुषों के कपड़े हमेशा से ही उनकी पहचान रहे हैं। पैंट-शर्ट पहनने वाला आदमी और साड़ी पहनने वाली औरत। लेकिन दिल्ली मे एक ऐसा आदमी भी है, जो 12 सालों से सिर्फ साड़ी ही पहनता है। इन आदमी के साड़ी पहनने का कारण जानकर आप चौंक जाएंगे।
ये हैं दिल्ली में रहने वाले हिमांशु वर्मा। सारी दिल्ली इन्हें साड़ी-मैन नाम से जानती हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि 12 साल से लोग हिमांशु को साड़ी में ही देख रहे हैं। हिमांशु को साड़ी पहनने का बेहद शौक है। हिमांशु के अनुसार साड़ी हमारी संस्कृति का हिस्सा है और इसे पुरुष भी पहन सकते हैं। यही नही साड़ी पहनने के पीछे हिमांशु का मकसद दुनिया भर में भारतीय परिधान की खूबसूरती को पहुंचाना है।
सबसे मजेदार बात तो ये है कि लोगों के जागरुक करने के लिए हिमांशु हर साल साड़ी फेस्टिवल का भी आयोजन करते हैं। साड़ी पहनने वाले हिमांशु लोगों कि इस मानसिकता को बदलना चाहते हैं कि साड़िया सिर्फ महिलाओं के लिए ही होती है। हिमांशु जींस और टी शर्ट साल में बस एक-दो बार ही पहनते हैं। साड़ियों के आलावा वो धोती और कुर्ता पायजामा पहनते हैं।
हिमांशु वर्मा ‘रेड अर्थ’ नाम की संस्था के स्थापक हैं। ये संस्था भारतीय सौंदर्य से जुड़ी चीज़ों पर काम करते हैं और फिर उसकी प्रदर्शनी भी लगाते हैं। 35 साल के हिमांशु ने अभी तक शादी नहीं की है। बकौल हिमांशु पिछले 12 सालों में शायद ही कोई ऐसा वाक्या हुआ होगा, जब लोग मुझपर हंसे होंगे। अगर वो हंसते भी हैं, तो मुझे इससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता मैं बस साड़ी पहनकर खुश रहता हूं। उनके माता पिता को भी उनके साड़ी पहनने से कोई परेशानी नहीं है।