वो कौन से श्राप हैं, जो रावण की मौत के कारण बने ?

लालकिला पोस्ट डेस्क
देश भर में विजयदशमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इसके साथ ही नौ दिनों तक चलने वाले नवरात्र का भी समापन हो गया। असत्य पर सत्य की जीत के तौर पर मनाया जाने वाले इस पर्व के मौके पर देशभऱ में रावण का पुतला दहन किया जाता है। वैसे तो रावण के विनाश का कारण सभी जानते ही हैं। लेकिन रावण की मौत के पीछे कई श्राप का भी हाथ बताया जाता है। तो आइए जानते हैं रावण को मिले उन 4 श्राप के बारे में, जो उसकी मृत्यु का बड़ा कारण बना।
नंबर एक- नलकुबेर का श्राप –
रमायण के अनुसार जब रावण स्वर्ग लोक पहुंचा, तो उसने रंभा नाम की अप्सरा को पकड़ लिया। प्रार्थना के बाद भी उसने उस अप्सरा को नहीं छोड़ा। ये बात जब नलकुबेर को पता चली, तो उसने श्राप दिया की जब भी वो किसी स्त्री को स्पर्श करने की कोशिश करेगा, उसके सर के दस टुकड़े हो जायेंगे।
नंबर दो- नंदी का श्राप
कहा जाता है कि जब रावण भगवान शिव से मिलने कैलाश पर्वत पर पहुंचा, तो उसने नंदी के रूप की हंसी उड़ाई और बन्दर तक कह जिया। इसके बाद उसे ये श्राप दे दिया गया कि तेरा विनाश बंदरों से ही होगा।
नंबर तीन- शूर्पणखा का श्राप
रावण की बहन शूर्पणखा के पति का नाम विद्युतजिव्ह था। युद्ध में रावण ने उसके पति का विनाश कर दिया, तब रावण की बहन ने ही उसे श्राप दे दिया कि मेरे ही कारण तेरा सर्वनाश होगा।
और नंबर चार- तपस्विनी का श्राप
कहा जाता है कि रावण का पुष्पक विमान किसी जगह जाकर गिर गया, वहां उसे एक स्त्री दिखाई दी, जो भगवान विष्णु के लिए तपस्या कर रही थी। लेकिन रावण ने उसे बाल पकड़ कर उसे साथ चलने को कहा, तभी तपस्विनी ने उसे श्राप दे दिया कि एक स्त्री ही तेरी विनाश का कारण बनेगी।