यस बैंक में भगवान जगन्नाथ के भी फसे 545 करोड़ रुपये

लालकिला पोस्ट डेस्क
दिवालिया के कगार पर खड़े यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर के मुंबई स्थित घर पर ईडी ने छापेमारी की है और राणा कपूर के खलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है। कपूर पर यह छापेमारी मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में की गई है। उधर सरकार ने दावा किया है कि यस बैंक के ग्राहकों के पैसे सुरक्षित रहेंगे। ग्राहक घबराएं नहीं। लेकिन ग्राहक बेहद परेशां तब हो गए जब आरबीआई के आदेश पर बैंक ग्राहकों पर निकासी पर कैप लगा दिया गया। अब सरकार और विपक्ष के बीच इस मसले को लेकर वाक्युद्ध जारी है।
उधर निजी क्षेत्र के यस बैंक के संकट में पड़ने से सदियों पुराने भगवान जगन्नाथ मंदिर के पुजारी और श्रद्धालु चिंतित हैं। यस बैंक में भगवान जगन्नाथ मंदिर के 545 करोड़ रुपये जमा हैं। रिजर्व बैंक ने यस बैंक पर कई तरह के अंकुश लगाए हैं। यस बैंक के जमाकर्ताओं के लिए अगले एक माह तक निकासी की सीमा 50,000 रुपये तय की गई है।
जगन्नाथ सेना के संयोजक प्रियदर्शी पटनायक ने कहा, ‘भगवान के धन को निजी क्षेत्र के बैंक में जमा कराना न केवल गैर- कानूनी है बल्कि यह अनैतिक भी है। श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) और मंदिर की प्रबंधन समिति इसके लिए जिम्मेदार है।’उन्होंने बताया कि निजी बैंक में पैसा जमा कराने के मामले में पुरी के पुलिस थाने में शिकायत दर्ज की गई थी लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इन आशंकाओं को खारिज करते हुए विधि मंत्री प्रताप जेना ने कहा कि यह पैसा बैंक में मियादी जमा (एफडी) के रूप में रखा गया है बचत खातों में नहीं। उन्होंने कहा कि सरकार ने पहले ही एफडी की परिपक्वता अवधि इस महीने समाप्त होने के बाद इस कोष को यस बैंक से किसी राष्ट्रीयकृत बैंक में स्थानांतरित करने का फैसला किया है।