आखिर भारत के किस गांव का हर कुत्ता है करोड़पति ?

लालकिला पोस्ट डेस्क
साल 2014 में अक्षय कुमार की एक फिल्म आई थी ‘एंटरटेनमेंट’। इस फिल्म में अक्षय के साथ एक कुत्ता भी लीड रोल में था। कुत्ते के मालिक पन्नालाल जौहरी ने मरने से पहले तीन हजार करोड़ रुपयों की जायदाद किसी और नहीं बल्कि कुत्ते के नाम ही कर दी थी। लेकिन अब रील नहीं रियल लाइफ में भी करोड़पति कुत्ते की कहानी सामने आई है।
आपको ये सुनकर हैरानी हो रही होगी, लेकिन ये सोलह आने सच है। गुजरात के मेहसाणा जिले के पंचोत गांव में एक ट्रस्ट की देखरेख में 70 कुत्ते रहते हैं और सभी करोड़पति हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर की मानें तो गांव में कुत्तों के कल्याण के लिए एक संस्था ‘मध नी पती कुतरिया’ बनाई गई है।
इस संस्था के पास 21 बीघा जमीन है। मेहसाणा बाईपास के बनने की वजह से यहां जमीन की कीमतें आसमान छूने लगी हैं। जमीन का रेट 3.5 करोड़ रुपये प्रति बीघा पहुंच गया है। इस तरह संस्था की 21 बीघा जमीन की कीमत 70 करोड़ रुपये से ज्यादा है। इस जमीन से होने वाले पूरी आय कुत्तों के लिए ही है। इस तरह संस्था की देखरेख में रहने वाला प्रत्येक कुत्ता करीब एक करोड़ रुपये का मालिक है।
कुत्तों के कल्याण के लिए जमीन दान देने की ये परंपरा ‘कुतारियु’ कहलाती है। ”मध नी पती कुतरिया ‘ ट्रस्ट की शुरुआत अमीरों की ओर से जमीन के टुकड़े दान करने की परंपरा से हुई। फसल बुवाई से पहले ट्रस्ट हर साल अपने हिस्से के एक प्लॉट की नीलामी करता है। जिसकी बोली ज्यादा होती है, उसे साल भर के लिए प्लॉट पर जुताई का हक मिल जाता है। इससे मिलने वाली रकम को कुत्तों की सेवा में खर्च कर दिया जाता है।
2015 में ट्रस्ट ने ‘रोटला घर’ बनवाया। जहां दो महिलाएं रोटला यानी कुत्तों को खिलाने के लिए रोटी जैसी चीज बनाने का काम करती हैं। यहां हर दिन 20-30 किलो आटे से करीब 80 रोटला तैयार किया जाता है। फिर शाम को 7.30 बजे से 11 अलग-अलग जगहों पर आवारा कुत्तों के बीच इनका वितरण किया जाता है।