आखिर कहां लात-घूंसों और थप्पड़ों से होता है मरीजों का इलाज ?

लालकिला पोस्ट डेस्क
आमतौर पर मरीजों के साथ हमदर्दी बरती जाती है और उनका खास ख्याल रखा जाता है। लेकिन एक जगह ऐसी है जहां बीमार को लात घूंसों औऱ थप्पड़ों से पीटा जाता है। चौंकिए मत! ऐसी पिटाई मरीजों के इलाज के नाम पर की जाती है और मरीज भी ऐसे जो ठीक होने के लिए खुशी-खुशी लात घूंसे खाने आते हैं।
दरअसल मरीजों का इस तरह से इलाज होता है छत्तीसगढ़ के एक गांव लाड़ेर में। जहां मनसाराम नाम का एक शख्स रहता है। मनसाराम खुद को डॉक्टर कहते हैं, लेकिन कोई डिग्री उनके पास नहीं है। इतना ही नहीं मनसाराम का क्लीनिक एक पेड़ के नीचे चलता है और बिना डिग्री भी हजारों लोग इलाज की आस लिए उनके पास आते रहते हैं।
सुबह से शाम तक हजारों मरीज लाइन में खड़े रहते हैं। जिस मरीज का नंबर आता है, उसे पेड़ के नीचे बुलाकर मनसाराम अनोखा इलाज कर डालते हैं। वो मरीजों को जमकर लात घूंसे मारते हैं और कई बार थप्पड़ भी लगाते हैं। मरीज की हिम्मत देखिए कि एक बार भी चूं नहीं करता। दूसरी तरफ मरीज को लेकर आए तीमारदार भी मनसाराम की तारीफ करते हैं।
मनसाराम का दावा है कि वो अपने लात घूंसों से हर तरह की लाइलाज बीमारी का इलाज कर सकते हैं। वो बीमार लोगों को लात-घूसे और थप्पड़ मारते हैं और इससे ही लोगों की बीमारी दूर हो जाती है। इस बात की पुष्टि गांव के लोग भी करते हैं। मनसाराम का कहना है कि पहले वो किसान थे। लेकिन कुछ सालों पहले देवी मां ने उनके सपने में आकर लोगों का दुख दूर करने का आदेश दिया।
अब ये सच में चमत्कार है या अंधविश्वास ये तो आपको ही तय करना है। लेकिन उनसे इलाज कराने आए अधिकतर लोग पहली बार ही आते हैं। बताया जाता है कि मनसाराम के पास आए अधिकतर लोग अनपढ़ होते हैं जिन्हें इलाज की ज्यादा जानकारी नहीं होती। वो तो बस मनसाराम को ही अपना डॉक्टर और भगवान समझते हैं।