पवनसुत हनुमान आखिर कहां करते हैं टूटी हड्डियों का इलाज ? टूटी हड्डियों का इलाज करने वाले बजंगबली के बारे में जानिए यहां।

लालकिला पोस्ट डेस्क
हिन्दू धर्म में हनुमान जी को वीरता, भक्ति और साहस का परिचायक माना जाता है। राम भक्त हनुमान रामायण में रावण के राक्षण सेना पर कहर बनकर टूटे थे, औप न जाने कितने राक्षसों के हाथ पैर तोड़ दिए थे। लेकिन आज हम आपको ऐसी जगह लिए चलते हैं, जहां बजरंगबली टूटी हड्डियों का इलाज करते हैं।
जी हां, मध्य प्रदेश के दमोह से करीब 12 किलोमीटर दूर स्थित हनुमान मंदिर से लोगों की अद्भुत आस्था जुड़ी हुई है। कहा जाता है कि इस मंदिर में टूटी हुई हड्डियां अपने आप जुड़ जाती हैं। माना जाता है कि हनुमानजी की कृपा से यहां टूटी हड्डियां अपने आप जुड़ जाती है। मान्यता है कि कि इस मंदिर में दवा खाने के बाद लोग खुद ही चलते हुए जाते हैं।
इस मंदिर में आने वाले लोगों को यहां के पुजारी ही दवाई देने का काम करते हैं। 75 साल के सरमन पटेल बीते 40 सालों से ये काम कर रहे हैं। कहा जाता है कि मंदिर आने वाले लोगों से आंखें बंद करके राम नाम जपने के लिए कहा जाता है। भक्त जैसे ही अपनी आंखें बंद करता है, पुजारी उन्हें कोई दवा खिलाते हैं। साथ ही भक्तों से इस दवा को चबा-चबाकर खाने की सलाह दी जाती है। पत्तियों और जड़ों से बनी इस दवा को खाने के बाद सभी को घर भेज दिया जाता है। कहा जाता है कि इस औषधि और हनुमानजी के आशीर्वाद से हड्डियां अपने आप जुड़ जाती हैं।
आमतौर पर इस मंदिर में हर दिन दवाएं दी जाती हैं। लेकिन मंगलवार का दिन इसके लिए विशेष रुप से निर्धारित किया गया है। यहां आने वाले एक भक्त की मानें तो कुछ दिनों पहले ही उनका पैर टूट गया था, लेकिन बिना किसी डॉक्टरी इलाज के हनुमान जी के आशीर्वाद से उनका पैर ठीक हो गया। यही वजह है कि बजरंगबली के इस मंदिर में हमेशा भक्तों का तांता लगा रहता है।