मिर्गी आने पर किन बातों का ख्याल रखें, जाने ..

लालकिला पोस्ट डेस्क
कई लोगों को जेनेटिकली या फिर ब्रेन में किसी तरह की चोट लगने के चलते मिर्गी की प्रॉब्लम होने लगती है। इसे ब्रेन से रिलेटेड क्रोनिक बीमारी कहते हैं। ऐसी स्थिति में व्यक्ति की बॉडी पर लड़खड़ाना, बेहोशी आना, गिर पड़ना या हाथ-पांव में झटके लगना जैसे संकेत दिखते हैं। लेकिन अगर किसी व्यक्ति को मिर्गी आ जाए, तो सावधानी बरतकर पेशेंट की बॉडी को नुकसान होने से बचाया जा सकता है। तो आइए जानते हैं कि मिर्गी का दौरा आने पर किन बातों का ख्याल रखना चाहिए।
नंबर एक- पेशेंट को पेट के बल या करवट लेटा दें। इस दौरान पेशेंट का मुंह नीचे की तरह होना चाहिए।
नंबर दो- मिर्गी आने पर मरीज के मुहं में चम्मच या उंगली न डालें, क्योंकि ऐसा करने से मरीज को नुकसान पहुंच सकता है।
नंबर तीन- मिर्गी आने पर व्यक्ति को पकड़ें नहीं या उसकी हरकतों को रोकने की कोशिश न करें।
नंबर चार- आसपास मौजूद किसी भी तरह की नुकीली चीज हटा दें, क्योंकि इससे मरीज को चोट लग सकती है।
नंबर पांच- पीड़ित व्यक्ति के सिर के नीचे कोई मुलायम चीज या तकिया रखें, ताकि सिर पर चोट ना लग पाए।
नंबर छह- मरीज को फ्रैश हवा आने दें, ज्यादा भीड़ इकट्ठी न करें, क्योंकि ऐसा होने पर मरीज को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।
नंबर सात- मिर्गी आने पर मरीज को मुंह के जरिए हवा देने की कोशिश भी न करें।
नंबर आठ- किसी शख्स को मिर्गी आने पर उसके साथ तब तक रहें, जब तक दौरा अपने आप ठीक न हो जाए।
और नंबर नौ- अगर दौरे के समय व्यक्ति को किसी तरह की चोट लगी है, या कंडीशन सीरियस लग रही है तो कुछ समय बाद नॉर्मल हो जाने पर उसे नजदीकी हॉस्पिटल ले जाएं।