आखिर कहां परंपरा की वजह से क्यों फैल रहा है एड्स ?

लालकिला पोस्ट डेस्क
एड्स एक ऐसी बीमारी है, जिसका नाम सुनते ही किसी के भी होश फाख्ता हो जाते हैं। वायरस के संक्रमण से होने वाली ये बीमारी अब महामारी वाला रोग बन चुका है, जो पूरी दुनिया में तेजी से फैलता जा रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 1988 के बाद से अब तक दुनिया में करीब ढाई करोड़ लोग एड्स से मर चुके हैं, जबकि करोड़ों इसकी चपेट में हैं।
एड्स के मामले में साउथ अफ्रीका पहले नम्बर पर है, जहां एड्स रोगी सबसे ज्यादा हैं। यहां इस बीमारी के तेजी से फैलने के पीछे एक परंपरा को बड़ा कारण माना जा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक अफ्रीकी देशों में सेक्शुअल क्लिन्जिंग की परंपरा है। यहां के मलावी में ये परंपरा यौन पवित्रीकरण के नाम से जानी जाती है। इस परंपरा के तहत पुरुष हायना की भूमिका में होता है, जिन्हें विधवा और शादी के लिए तैयार लड़कियों के साथ संबंध बनाने के लिए हायर किया जाता है।
हैरानी की बात तो ये है कि ऐसे पुरुषों को खुद लड़की के माता-पिता बुलाते हैं और बेटी के साथ संबंध बनाने के लिए इन्हें बकायदा फीस भी देते है। इस परंपरा के तहत लड़कियों को ऐसे लोगों के साथ सोने के लिए मजबूर किया जाता है, जिन्हें वो जानती तक नहीं। यही वजह है कि मलावी के रिमोट इलाके में हायना के चलते इस बीमारी ने खतरनाक रूप ले लिया है। हालांकि इसके खिलाफ अब आवाज भी उठने लगी है। बावजूद इसके ये इस देश के रिमोट इलाकों में अब भी जारी है।