महिला की वजह से इस 400 साल पुरानी मस्जिद में क्यों नहीं पढ़ी गई नमाज ?

लालकिला पोस्ट डेस्क
किसी भी मुसलमान के लिए मस्जिद में नमाज अता करना फक्र की बात होती है। लेकिन उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक ऐसी मस्जिद है, जिसके बने हुए तो करीब 400 साल हो गए, लेकिन इस मस्जिद में आज तक किसी ने नमाज़ अता नहीं की है। हालांकि देखभाल नहीं होने के कारण भले ही यहां वीरानी छायी हुई है, लेकिन मस्जिद की रूहानियत से भी यहां पर एक अलग तरह का अहसास होता है।
जी हां, गोरखपुर के नसीराबाद इलाके में खंडहर में तब्दील हो चुकी इस मस्जिद में आज तक किसी ने नमाज नहीं अता की। बताया जाता है कि इस मस्जिद का निर्माण एक तवायफ ने करवाया था। हालांकि अब ये मस्जिद पूरी तरह से खंडहर में तब्दील हो चुकी है। ये मस्जिद आज भी वीरान और नमाज से महरूम है।
इलाके के लोगों की मानें तो इस मस्जिद का निर्माण एक तवायफ ने करवाया था और यही वजह है कि इसमें कभी नमाज नहीं पढ़ी गई। यहां के लोगों के मुताबिक तवायफ की मंशा रही होगी कि वो दुनिया से रुखसत होने से पहले मस्जिद का निर्माण करवाए, ताकि लोग उसमें नमाज पढ़ने आएं, जिससे उसके पाप धुल जाएंगें। लेकिन बदकिस्मती उसकी ये मंशा भी पूरी नही हुई, क्योंकि गलत काम से कमाए गए पैसौं से ऐसे काम नहीं कराए जाते हैं। हालांकि ये देश का कोई पहला मस्जिद नहीं है, जिसमें नमाज नहीं पढ़ी जाती है। ऐसे कई औऱ मस्जिदें हैं जो भारतीय पुरातत्व विभाग के कब्जे में है।