400 सालों से इस गांव में क्यों पैदा नहीं हुआ एक भी बच्चा ? MP के इस गांव में 400 सालों से एक भी बच्चा पैदा नहीं होने का राज़ ? जानिए

लालकिला पोस्ट डेस्क
इंसान भले ही चांद पर पहुंच गया हो और भारत 21वीं सदी में दुनिया के सबसे प्रभावशाली देशों में से एक के रूप में उभर रहा हो। बावजूद इसके देश के कई ऐसे हिस्से हैं, जहां लोग अभी भी अंधविश्वास की बेड़ियों में जकड़े हुए हैं। उनकी आंखों पर ऐसी पट्टी बंधी है, जिसकी वजह से वो कभी भी मुसीबतों की खाई में गिर सकते हैं। लेकिन उनके लिए उनका विश्वास बड़ा है।
जी हां, हम बात कर रहे हैं, मध्य प्रदेश के राजगढ़ गांव की, जहां ऐसे ही अंधविश्वास की कहानी देखने को मिलती है। यहां के सांका जागीर गांव में 400 साल से गांव के अंदर किसी महिला ने बच्चे को जन्म नहीं दिया है। डिलिवरी के समय गर्भवती महिला को दूसरे गांव या कम से कम गांव की सीमा से बाहर ले जाकर डिलिवरी कराई जाती है। गांववालों इसके पीछे गांव के शापित होने का तर्क दे रहे हैं।
गांववालों की मानें तो 16वीं शताब्दी में गांव के अंदर देवता मंदिर बना रहे थे। तभी एक महिला गेहूं पीसने के लिए चक्की चला रही थी। चक्की की आवाज से देवताओं का ध्यान भंग हो गया और उन्होंने श्राप दे डाला कि इस गांव में कभी कोई महिला बच्चे को जन्म नहीं दे पाएगी। गांव के लोगों में इसे लेकर इतना डर बैठ गया है कि अगर किसी महिला ने गांव के अंदर बच्चे को जन्म दिया, तो या तो बच्चे को कोई बीमारी होगी, या मां और बच्चे में से किसी की जान चली जाएगी। इस डर के कारण महिलाओं की डिलिवरी गांव के अंदर कभी नहीं होती।
हालांकि गांव के ही कुछ अन्य लोगों का कहना है कि किसी जमाने में यहां श्यामजी का मंदिर था। उसकी पवित्रता बनाए रखने के लिए गांव के बुजुर्गों ने महिलाओं की डिलिवरी गांव के बाहर कराने का फरमान सुनाया। इसके बाद से गुर्जर बहुल इस गांव में यह परंपरा चली आ रही है।