भारत का ऐसा मंदिर जिसका मुसलमान करते हैं रखवाली !
लालकिला पोस्ट डेस्क
मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना, इस कहावत को सार्थक कर रहे हैं यूपी के मुजफ्फरनगर जिले के लोग। यहां शहर से एक किलोमीटर दूर एक हिंदू मंदिर है। वैसे तो दुनिया के तमाम मंदिर अपनी अलौकिकता या कलाकारी के लिए जाने जाते हैं, लेकिन मुजफ्फर नगर का ये मंदिर अनूठी संस्कृति के लिए मशहूर है। जिस धरती पर हिंदू-मुस्लिम दंगों की रोटियां सेंकी जाती हैं। उसी धरती पर मंदिर की आरती मुस्लिम परिवार के लोग तारते हैं। यहां सारे रिवाजों को मुस्लिम वर्ग के लोग ही निभाते हैं।
इस मंदिर का निर्माण 1970 के आस पास किया गया था। 1990 तक हिंदू ही इस मंदिर की देखभाल करते थे, लेकिन बाबरी विवाद के बाद से सब बदल गया। कहते हैं कि बाबरी के बाद पूरे यूपी में जो दंगे हुए, इसका असर यहां भी देखने को मिला। यहां रहने वाले हिंदू परिवार, इलाके को छोड़कर चले गए। तब से मुस्लिम परिवार ही इस मंदिर की देखभाल करते हैं।
पिछले करीब 26 सालों से मुस्लिम परिवार के लोग ही इस मंदिर की हिफाजत कर रहे हैं। इलाके में रहने वाले लोग ही इसका सारा काम करते हैं। हर रोज इस मंदिर की सफाई की जाती है। हर साल दीवाली के मौके पर मंदिर की रंगाई और पुताई का काम होता है। इतना ही नहीं इस मंदिर के जमीन पर कई बार दबंगों ने कब्जा करने की कोशिश की, लेकिन इलाके में रहने वाले मुस्लिम परिवारों ने ऐसा होने से बचा लिया।
इस इलाके में कुछ 35 मुस्लिम परिवार रहते हैं। उनका कहना है कि बाबरी कांड से पहले हमारी दोस्ती अच्छी थी। दंगों के बाद ही परिस्थितियां बदली। परिवारों का कहना है कि जो हिंदू इस जगह को छोड़कर गए हैं वो एक दिन जरूर लौटेंगे।