उम्र से पहले बाल सफेद होने के कारण और बचने के उपाय क्या हैं ?
लालकिला पोस्ट डेस्क
बढ़ती उम्र के साथ बाल सफेद होना आम बात है, लेकिन आजकल कई लोगों के बाल कम उम्र में ही सफेद जो जाते हैं। डॉक्टरों की मानें तो शरीर में जरूरी विटामिन और मिनरल्स की कमी के चलते या बढ़ती उम्र की वजह से एक खास तरह के पिगमेंट में कमी आने लगती है, जो सफेद बाल की समस्या का कारण बनता है। ऐसे में जानते हैं कि आखिर इस समस्या से कैसे निजात पाया जा सकता है। लेकिन उससे पहले जानते हैं कि आखिर बाल सफेद क्यों होते है ?
दरअसल बालों की जड़ों की सेल्स में मौजूद मेलानिन नामक पिगमेंट में कमी आने के कारण बाल सफेद होने लगते हैं। मेलानिन बालों को काला करने में हेल्पफुल होता है। जो बढ़ती उम्र, स्ट्रेस, अनहेल्दी डाइट, पॉल्यूशन या किसी बीमारी के कारण बनना कम हो जाता है। इसके कारण बाल सफेद होने लगते हैं।
नंबर एक- नींद
कम से कम 7 घंटे की नींद लेना बेहद जरूरी है, क्योंकि नींद पूरी नहीं होने से स्ट्रेस बढ़ने लगता है। इससे बाल समय से पहले सफेद होने लगते हैं।
नंबर दो- हाइजीन
बालों की साफ-सफाई नहीं रखने से स्कल्प पर बैक्टीरिया जमा होने लगते हैं। ये बैक्टीरिया फॉलिक पर बुरा असर डालते हैं, जिससे बाल सफेद होने लगते हैं। इसलिए हफ्ते में 3 या 4 बार बालों को अच्छे शैम्पू से धोएं।
नंबर तीन- केमिकल
शैम्पू, कंडीशन्स, कलर, ब्लीच और अन्य हेयर प्रोडक्ट्स में केमिकल्स की काफी मात्रा होती है, जो बालों को सफेद बनाती है। इन्हें अवॉइड करें।
नंबर चार- दवाएं
डिप्रेशन, मलेरिया की दवाएं और कुछ एंटीबायोटिक्स लम्बे समय तक लेने के कारण बाल सफेद हो सकते हैं। इसलिए इन दवाइयों का कम से कम यूज करें।
नंबर पांच- प्रदूषण
बाहर निकलते ही धूल और केमिकल युक्त धुआं हमारे बालों में जमा हो जाता है, जिसके कारण बाल सफेद होने लगते हैं। इसलिए जब भी बाहर जाएं सिर ढ़क लें।
नंबर छह- स्ट्रेस
लम्बे समय तक स्ट्रेस में रहने से बॉडी में कॉर्टिसोल नामक स्ट्रेस हॉर्मोन बनने लगता है, जो फॉलिक पर बुरा असर डालता है। इसलिए स्ट्रेस दूर करने के लिए योगा और मेडीटेशन की हेल्प लें।
और नंबर सात- डाइट
डाइट में विटामिन B, आयरन, कॉपर और आयोडीन जैसे न्यूट्रीशन से भरपूर फूड्स शामिल करें। ये मेलानिन बनाने का काम करते है, जिससे सफेद बालों की प्रॉब्लम से बचा जा सकता है।
