राष्ट्रद्रोह मुक़दमे को लेकर कन्हैया ने कहा ‘सत्यमेव जयते’

लालकिला पोस्ट डेस्क
जेएनयू प्रकरण पर दिल्ली सरकार द्वारा मुकदमा चलाने की अनुमति देने के बाद सीपीआई नेता कन्हैया कुमार का रिएक्शन सामने आया है। कन्हैया ने कहा है कि “दिल्ली सरकार को सेडिशन केस की परमिशन देने के लिए धन्यवाद। दिल्ली पुलिस और सरकारी वकीलों से आग्रह है कि इस केस को अब गंभीरता से लिया जाए। फास्ट ट्रैक कोर्ट में स्पीडी ट्रायल हो और टीवी वाली ‘आपकी अदालत’ की जगह कानून की अदालत में न्याय सुनिश्चित किया जाए। सत्यमेव जयते।”
कन्हैया ने आगे कहा कि “सेडिशन केस में फास्ट ट्रैक कोर्ट और त्वरित कार्रवाई की जरूरत इसलिए है ताकि देश को पता चल सके कि कैसे सेडिशन कानून का दुरुपयोग इस पूरे मामले में राजनीतिक लाभ और लोगों को उनके बुनियादी मसलों से भटकाने के लिए किया गया है।”
उधर उमर खालिद ने कहा कि दिल्ली सरकार के फैसले से हमें कोई परेशानी नहीं है। हम निर्दोष हैं और हमें न्यायिक व्यवस्था पर पूरा भरोसा है। हम लंबे वक्त से गलत आरोपों का सामना कर रहे हैं। मीडिया ट्रायल भी चल रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आखिर में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। अपना बचाव हम कोर्ट के सामने करेंगे।
बता दें कि दिल्ली सरकार द्वारा अनुमति दिए जाने के बाद इसपर राजनीति भी शुरू हो गई है। भाजपा ने इस मामले में आम आदमी पार्टी पर देरी का आरोप लगाया है। वहीं आप का कहना है कि इस मामले पर फैसला करने का उनकी सरकार कोई अधिकार नहीं था। कानून का अध्ययन करने के बाद कानून विभाग ने अनुमति दी है।
आप विधायक राघव चड्ढा ने कहा कि दिल्ली में उनकी सरकार ने पिछले पांच सालों में किसी भी कार्रवाई में अड़ंगा नहीं लगाया। सरकार ने तो अपने विधायकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं रोकी थी और यह मामले अभी भी अदालतों में लंबित पड़े हैं। साथ ही इस प्रक्रिया पर सवाल खड़े करते हुए उन्होंने कहा कि इन मामलों में निर्णय लेने का अधिकार सरकार को नहीं होना चाहिए। यह कोर्ट से जुड़े मामले हैं और न्यायालय को ही ऐसे मामलों पर कार्रवाई करनी चाहिए।