चीन के इन डर्टी गेम्स को जानकर हैरान रह जाएंगे!

लालकिला पोस्ट डेस्क
भारत और चीन के बीच के रिश्ते किसी से छिपे नहीं है। चीन लगातार अपनी गीदड़भभकियों से भारत को डराने की कोशिश करता रहता है। हालांकि भारत ही एक मात्र ऐसा देश नहीं है…जिसके साथ चीन डर्टी गेम खेलता है…दुनिया के कई और देश हैं जो चीन की चालबाजी के शिकार हो चुके हैं…
तो आइए जानते हैं चीन के वे 5 डर्टी गेम्स…जिसे उसने दुनिया के देशों के साथ खेला है…
डर्टी गेम नंबर एक
चीन अक्सर छोटे देशों को अपने लोन के जाल में फंसा कर उन्हें मजबूर करता है…अब तक वो कई देशों को अपनी चाल में फंसा चुका है। पहले वो देशों को लोन देता है, फिर उसमें कुछ ऐसे हेर-फेर कर देता है, जिसे चुका पाना किसी भी देश के लिए आसान नहीं होता। फिर लोन नहीं चुका पाने वाले देश को वो मजबूर करता है…उदाहरण के तौर पर लोन नहीं चुका पाने के चलते श्रीलंका को अपनी जमीन चीन के पास गिरवी रखनी पड़ी…नाइजीरिया को ताइवान के साथ अपने रिश्ते खत्म करने पड़े…जबकि कम्बोडिया को चीन को नया कॉन्ट्रैक्ट देना पड़ा…
डर्टी गेम नंबर दो
फोर्ब्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक…चीन में सरकारी अधिकारियों को कुछ भी करने की छूट है…वहां के अधिकारी जनता के पैसे पर मौज करते हैं…यहां तक कि सरकारी पैसे पर अधिकारियों की ओर से प्रोसीट्यूट हायर करने और मसाज पार्लर जाने की भी खबरें सामने आ चुकी हैं।
डर्टी गेम नंबर तीन
एक बार चीन ने एप्पल के मशहूर ब्रांड आईफोन के ट्रेडमार्क को मान्यता देने से इनकार कर दिया…चीन में इसी नाम से एक कंपनी लेदर वॉलेट और कुछ अन्य सामान बेचती है…एप्पल ने इसके खिलाफ चीन की एक अदालत में केस भी किया…लेकिन चाइनीज कोर्ट से भी उसे हार का मुंह देखना पड़ा…
डर्टी गेम नंबर चार
चीन कई बार दूसरे देशों के मार्केट पर कब्जा करने के लिए अपना सामान लागत से भी कम कीमत पर बेचता है…इसके चलते उसके सैकड़ों प्रोडक्ट पर भारत, अमेरिका और युरोपीय यूनियन समेत दर्जनों देश एंटी डंपिंग ड्यूटी लगा चुके हैं…
और डर्टी गेम नंबर पांच
नार्थ कोरिया ऐसा देश है जिससे दुनिया के लगभग सारे देश किनारा कर चुके हैं…यूएन भी नार्थ कोरिया को दुनिया की शांति के लिए सबसे बड़ा खतना मान चुका है…बावजूद इसके चीन उसकी मदद करता है…उत्तर कोरिया की जरूरत का 60 फीसदी सामान सिर्फ चीन की ओर से सप्लाई किया जाता है… ये थे चीन के वो पांच डर्टी सीक्रेट…जिसका इस्तेमाल वो खुद को सुपर पावर बनाने के लिए करता है…