जमीन के अंदर बसा गांव देखने में कैसा लगता है ? आखिर कहां धरती के नीचे बसा है ये गांव जाने..

लालकिला पोस्ट डेस्क
धरती के ऊपर बसे गांव के बारे में तो आपने काफी कुछ सुना और देखा होगा, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे गांव से रूबरू कराने जा रहे हैं, जो धरती के नीचे बया है। हालांकि फिलहाल ये गांव पूरी तरह से वीरान पड़ा हुआ है।
जी हां, याओदोंग्स के नाम से मशहूर ये गांव चीन में है। जिसकी हाल ही में तस्वीरें सामने आई हैं। करीब 4 हजार पुराने इस अंडरग्राउंड गांव में करीब 3000 गुफाओं समेत 10 हजार अंडग्राउंड मकान बने हैं। साथ ही यहां 100 से ज्यादा कोर्टयार्ड हैं। मॉडर्न फेसिलिटीज से लैस ये जगह कभी 20 लाख लोगों का घर हुआ करती थी। करीब सैकड़ों साल तक यहां इस गावों के लोगों की छह पीढ़ियां रहीं। इस गांव को फिलहाल टूरिस्ट्स के लिए डेवलप किया जा रहा है और लोग जल्द ही यहां के टनल्स और इसके यूनिक आर्किटेक्चर को देख सकेंगे।
इसके आर्किटेक्चर को लेकर माना जाता है कि लोगों ने ठंड के मौसम में घर को गर्म रखने और गर्मियों के वक्त ठंडा रखने के लिए अंडरग्राउंड कोर्टयार्ड बनवाए थे। यहां बने कोर्टयार्ड शहर के मकानों की तरह सेपरेट बाथरूम, सिटिंग रूम्स और बेडरूम वाले हैं। यहां रहने वाले कई लोगों के पास सात स्टोव्स के साथ स्पेशल किचन भी था, जो अलग-अलग टेम्प्रेचर के हिसाब से गर्म होता था। ईजी टूर चाइना के एक्सपर्ट्स की मानें तो ये आर्किटेक्चर ऐतिहासिक, वैज्ञानिक और कलात्मक मायने रखता है। इन अंडरग्राउंड गुफाओं को खोदने में तीन साल का वक्त लगा गया।
वैसे तो ये गांव ब्रॉन्ज एज ताल्लुक रखता है। जब लोग जमीन के अंदर गहराई में बने घरों में रहा करते थे। ये मिंग और किंग डायनेस्टी के दौर में काफी पॉपुलर थे। ये स्ट्रक्चर कुछ इस तरह है कि इस पर भूकंप का कोई असर नहीं होता है। इसके साथ ही ये साउंड प्रूफ भी है। इसकी चौड़ी दीवारे इसे बाढ़ और तूफान से बचने में मदद करती हैं। माना जा रहा है कि इस साल के अंत तक इसे लोगों के लिए खोल दिया जाएगा।