साइलेंट किलर थाइरॉयड को पहचानने के संकेत क्या हैं ?
लालकिला पोस्ट डेस्क
थाइरॉयड एक ऐसी बीमारी है, जिसे साइलेंट किलर माना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसके संकेत बहुत धीरे-धीरे पता चलते हैं। ये हमारे शरीर की ऊर्जा खर्च करने की क्षमता और कई फंक्शन्स पर असर डालती है। अगर सही समय पर इसके संकेतों को पहचानकर इलाज कराया जाए, तो इसके खतरे को कम किया जा सकता है।
दरअसल थाइरॉयड हमारी बॉडी में पाई जाने वाली एंडोक्राइन ग्लैंड में से एक है, जो गले के इंटरनल हिस्से में तितली जैसे आकार में मौजूद होती है। ये ग्लैंड थाइरॉक्सिन हॉर्मोन बनाती है। अगर ये ठीक से काम नहीं करती है तो पेशेंट को कई तरह की स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वक्त रहते इस बीमारी का पता चल जाए, तो इसे आसानी से काबू किया जा सकता है।
तो आइए जानते हैं शरीर पर थाइरॉयड के 7 संकेत के बारे में।
नंबर एक- तेजी से वजन बढ़ने लगे तो हाइपोथाइरॉयडिज्म या अचानक वजन कम होने लगे तो हाइपरथायरॉयडिज्म का संकेत हो सकता है।
नंबर दो- थोड़ा-सा काम करने पर थकान और आलस महसूस होना हाइपोथाइरॉयडिज्म का संकेत हो सकता है। ऐसे में जल्द से जल्द थाइरॉयड टेस्ट करवाएं।
नंबर तीन- बिना किसी कारण अक्सर हाथ, पैर, कमर, कंधों या जोड़ों में दर्द महसूस हो, तो ये थाइरॉयड का संकेत हो सकता है।
नंबर चार- रात में नींद न आना, डिप्रेशन या भूलने की आदत बॉडी में थाइरॉक्सिन हॉर्मोन का लेवल कम होने का संकेत हो सकता है।
नंबर पांच- थाइरॉयड की प्रॉब्लम में मेटाबॉलिक रेट घटता है। ऐसे में थोड़ी-सी गर्मी होने पर बहुत ज्यादा पसीना आना या हल्की ठंड बढ़ने पर बहुत ठंड लगना की शिकायत हो सकती है।
और नंबर पांच- अचानक से भूख बढ़ जाना हाइपरथाइरॉयडिज्म और भूख घट जाना हाइपोथाइरॉयडिज्म का संकेत हो सकता है।
