आज से शुरू हो गया पाक महीना रमजान। आखिर इस्लाम में रमजान का क्या है इतिहास और महत्व जानिए

लालकिला पोस्ट डेस्क
रमजान का पाक महीना आज से शुरू हो गया है…यानी आय से मुस्लिम समुदाय के लोग पूरी महीने रोजा रखेंगे… हिजरी कैलेंडर के मुताबिक नौवां महीना रमजान का होता है…इस्लामिक मान्यता के मुताबिक ऐसा माना जाता है कि इस महीने रोजा रखने वाले रोजेदारों को…कई गुना सवाब मिलता है और उन्हें जन्नत नसीब होती है…तो आइए जानते हैं रमजान के महत्व और इसके इतिहास के बारे में…
सबसे पहले बात रमजान के महत्व की…इस्लामिक मान्यता के मुताबिक रमजान के महीने में रोजा रखने का मतलब…सिर्फ रोजेदार को उपवास रखकर, भूखे-प्यासे रहना नहीं है…बल्कि इसका सच्चा अर्थ अपने ईमान को बनाए रखना…और मन में आ रहे बुरे विचारों का त्याग करना होता है…रमजान में किसी भी रोजेदार को…अपने ईमान को सर्वोपरि बनाए रखना होता है…इस दौरान रोजेदार को किसी के बारे में बुरा भला नहीं कहना चाहिए…साथ ही झूठ बोलने से भी बचना चाहिए…और न ही किसी को झूठा वादा करना चाहिए…मान्यता है कि इस पाक महीने में जन्नत के दरवाजे रोजेदारों के लिए खुल जाते हैं…जो लोग रोजा रखते हैं…अल्लाह उन्हें जन्नत भेजता है…रमजान का पहला अशरा रहमत का होता है…दूसरा अशरा मगफिरत का और तीसरा अशरा दोजख से आजादी दिलाने का होता है…
अब जानते हैं इसके इतिहास के बारे में… इस्लामिक मान्यता के अनुसार, 610 ईसवी में पैगंबर मोहम्मद साहब पर लेयलत-उल-कद्र के मौके पर…पवित्र कुरान शरीफ नाजिल हुई थी…तब से रमजान के महीने को इस्लाम में पाक महीने के रूप में मनाया जाने लगा…रमजान का जिक्र कुरान में भी मिलता है…कुरान में कहा गया है कि रमजान महीने में अल्लाह ने पैगंबर मोहम्मद साहब को…अपने दूत के रूप में चुना है…इसलिए रमजान का महीना मुसलमानों के लिए पाक है…आप सभी को भी लालकिला पोस्ट तरफ से रमजान के पाक महीने की ढेरों शुभकामनाएं…