किस उम्र में कौन सा मेडिकल टेस्ट करवाएं, जाने !..

लालकिला पोस्ट डेस्क
बढ़ती उम्र के साथ-साथ कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स भी होने लगती हैं। लेकिन अगर सही समय पर इनका पता चल जाए, तो कई तरह की बीमारियों से बचा जा सकता है। ऐसे में इन बीमारियों का पता करने के लिए समय-समय पर चेकअप करवाते रहना चाहिए। तो आइए जानते हैं उम्र के हिसाब से कौन-से मेडिकल टेस्ट करवाने चाहिए।
नंबर एक- 0 से 1 साल
अगर न्यूबोर्न बेबी के शारीरिक और मानसिक लेवल की सही जानकारी चाहिए, तो थाइरॉयड टेस्ट करवा सकते हैं। लेकिन अगर बच्चा हेल्दी है, तो उसका कोई मेडिकल टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है।
नंबर दो- 2 से 3 साल
2 साल का होने पर बच्चा कई तरह की चीजें खाने लगता है। इससे कई बार पेट में कीड़े भी बनने लगते हैं। ऐसे में कीड़े के बारे में पता करने के लिए स्टूल टेस्ट करवा सकते हैं।
नंबर तीन- 4 से 5 साल
बच्चे की हाइट, वजन, दांत और आंखों के बारे में जानकारी के लिए इस उम्र में डॉक्टरी सलाह से नॉर्मल मेडिकल चेकअप करवा सकते हैं। इससे मेंटली और फिजिकली लेवल की जानकारी मिल सकती है।
नंबर चार- 10 से 14 साल
इस उम्र में भी बच्चों का रेग्युलर चेकअप करवा सकते हैं। इससे कई तरह की बीमारियों का पता चल सकता है।
नंबर पांच- 15 से 19 साल
इस उम्र में अगर लड़कों का वजन काफी ज्यादा है, तो एक्स-रे, लिपिड प्रोफाइल टेस्ट, ब्लड शुगर या थायरॉइड टेस्ट करवा सकते हैं। लड़कियों के पीरियड्स में अनियमितता के लिए हॉर्मोनल या थाइरॉयड टेस्ट कराना चाहिए।
नंबर छह- 20 से 39 साल
इस उम्र में अगर कोई हेल्थ प्रॉब्लम होती है, तो डॉक्टरी सलाह से रुटीन चेकअप करवाएं। इस उम्र में पीरियड्स अनियमित होने पर महिलाओं को PCOD टेस्ट करवाने चाहिए। प्रेग्नेंसी के पहले 3 महीने में ब्लड शुगर, थायरॉइड, यूरिन टेस्ट, थैलीसीमिया, हीमोग्लोबिन और एचआईवी टेस्ट करवा सकते हैं।
नंबर सात- 40 से 50 साल
इस उम्र में अगर पुरुषों का वजन काफी ज्यादा है, तो रुटीन चेकअप कराना चाहिए। इस उम्र में महिलाओं को अघर ब्रेस्ट में कोई परेशानी या गांठ महसूस हो रही हो, तो मेमोग्राफी करवा सकते हैं। पेट के निचले हिस्से में दर्द हो या पीरियड्स समय पर नहीं आ रहे हैं तो पेल्विक सोनोग्राफी करवा सकते हैं।
और नंबर आठ- 50 साल
इस उम्र में यूरिन करने में परेशानी हो तो पुरुष और महिला दोनों को यूरिन टेस्ट कराना चाहिए। जल्द थकान महसूस होने पर और पसीना आने पर हाई BP का टेस्ट करवा सकते हैं। हड्डियों से रिलेटेड प्रॉब्लम होने पर बोन मिनरल डेंसिटी टेस्ट करा सकते हैं। पुरुषों को प्रोस्टेट में प्रॉब्लम होने पर प्रोस्टेट स्पेसिफिक एंटीजेन टेस्ट करवा सकते हैं।