आखिर प्रेशर कुकर में खाना पकाना हेल्दी है या नहीं ?

लालकिला पोस्ट डेस्क
प्रेशर कुकर एक ऐसा बर्तन है, जो आपको हर भारतीय किचन में जरूर मिलेगा। चावल, दाल, आलू और मीट पकाने के लिए ज्यादातर लोग प्रेशर कुकर का ही इस्तेमाल करते हैं। यानी प्रेशर कुकर एक तरह से हमारी डेली लाइफ का बेहद अहम हिस्सा बन गया है। लेकिन प्रेशर कुकर में पका खाना सेहत के लिए लिहाज से हेल्दी होता है या नहीं इस बात को लेकर विरोधाभास है। तो आइए जानते हैं कुकर में खाना पकाने के फायदे और नुकसान के बारे में।
कुछ लोगों का मानना है कि कुकिंग का ये तरीका अनहेल्दी है, क्योंकि इस प्रक्रिया में भोजन बहुत अधिक तापमान पर गर्म होता है, तो खाद्य पदार्थ में मौजूद पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। जबकि दूसरे लोगों का मानना है कि कुकिंग का ये तरीका हेल्दी है, क्योंकि इसमें खाना बहुत कम समय के लिए हीट के संपर्क में रहता है और इसलिए खाद्य पदार्थ में मौजूद पोषक तत्व बरकार रहते हैं।
अगर हम बॉइलिंग से तुलना करें, तो स्टीम के जरिए खाना पकाना ज्यादा हेल्दी ऑप्शन है। एक्सपर्ट्स की मानें तो प्रेशर कुकिंग के जरिए सब्जियों में मौजूद पोषक तत्व बरकरार रहते हैं। जबकि सब्जियों को अगर दूसरे किसी तरीके से पकाया जाए तो बहुत ज्यादा गर्म किए जाने की वजह से सब्जियों के न्यूट्रिएंट्स नष्ट हो जाते हैं।
उदाहरण के लिए कुकर में पका चावल, खुले बर्तन में पके चावल की तुलना में ज्यादा भारी होता है। जबकि प्रेशर कुकर में पका टमाटर ज्यादा हेल्दी होता है। वहीं बात चिकन या मटन की करें तो खुले बर्तन में पकाने की तुलना में कुकर में पके मीट को डाइजेस्ट करना ज्यादा आसान होता है। हालांकि बैड न्यूज ये है कि चावल, आलू, पास्ता और बार्ली जैसे स्टार्च वाले चीजों को जब प्रेशर कुकर में पकाया जाता है, तो उससे एक्रीलामाइड नाम का हानिकारक केमिकल बनता है। जिसका अगर नियमित रूप से सेवन किया जाए, तो कैंसर, नपुंसकता और न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर जैसी कई बीमारियां हो सकती हैं।