आखिर जापान ने क्यों हजारों अमेरिकी सैनिकों की लाशें बिछा दी थीं ?

लालकिला पोस्ट डेस्क
आज भले ही अमेरिका और जापान सबसे करीबी दोस्त हों, लेकिन एक वक्त था, जब दोनों में दांत काटी दुश्मनी थी। दोनों देशों के बीच की दुश्मनी किस कदर बढ़ चुकी है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जापान ने एक ही झटके में हजारों अमेरिकी फौजियों की लाशें बिछाकर रख दी।
ये पूरा मामला है दूसरे विश्व युद्ध के दौरान। जब 7 दिसंबर, 1941 को जापानी एयरफोर्स ने चुपके से अमेरिकी नौसैनिक अड्डे पर्ल हार्बर पर चुपके से हमला कर दिया। इस हमले में करीब 2,403 अमेरिकी सैनिक मारे गए, जबकि करीब 1,178 के आसपास घायल हुए थे। इस हमले में अमेरिका के 18 नेवल शिप और 328 अमेरिकी विमान क्षतिग्रस्त या फिर पूरी तरह से नष्ट हो गए थे।
जापान ने इस हमले को दो फेज में किए थे। इसके लिए उसने फाइटर जेट्स, बॉम्बर्स और टारपीडो मिसाइल्स का इस्तेमाल किया था। कमांडर मिस्तुओ फुचिदा के नेतृत्व में हुए इस हमले में जापान के करीब 183 फाइटर जेट्स ने ओहियो के पूर्व में तैनात छह जंगी जहाजों से उड़ान भरी। इसके बाद लेफ्टिनेंट कमांडर शिगेकाजू शिमाजाकी के नेतृत्व में 171 फाइटर जेट्स ने पर्ल हार्बर को टारगेट किया। हालांकि जापान को इसका अंजाम हिरोशिमा और नागासाकी पर ‘एटम बम’ अटैक के रूप में भुगतना पड़ा।